At the end of the day a dark night appears And when I look upto the black sky Some unforgettable moments come around me and say HI! It seems a sweet face calling from behind the clouds Takes me to the world of dreams All of a sudden everything shatters and I found myself desolated with a bleeding heart Love berefts me with a bleak emptiness and makes me CRY. Again that dark night appears and that sound echoed But state of omniscience made me ready to be a
Browsing category: Poems
Breeze by the lake is like a sonata in solemn
Trees look brazen and old leaves are fallen
Color of leaves blossomed the love of Autumn.
Flashing sunlight scattered through the trees and spake
Vivid reflection of nature on the surface of lake;
Picturesque beauty of woods create sanctum
Color of leaves blossomed the love of Autumn.
Unperturbed image of beloved appeared out of seldom
Basking glory of beautiful sky made her bloom;
Even after
Every wave of an ocean comes with a gift to offer
I always wait on the sea shore with a flower
A new dawn on the horizon is about to hover
Colorful emotions are emerging to shower
Dark clouds disappear and an image appears
When I found a pretty pearl in the sea shell
Blinking eyes are filled with joy and tears.
All desires can never be fulfilled
But some are sparkled in a hope of glimmer
A precious pearl is to be
A Walk to Remember and a Night to Ponder
A gentle breeze swiftly wiggle the autumn leaves
A beautiful sight of riverfront and a house on hills Yonder.
Flash of our memories twinkling in front of my Eyes
Same Fragrance of Lilacs as I stepping into that aisle
Greetings by a small girl with a rose in her hand
Glimpse of your eternal shadow made me Wonder.
A little girl’s smile healed the sky
Will nurture her soul with all my loving
अपनी जन्नत बनाकर बस करू तेरा सजदा
अरमानों के पंख लगाकर उडाता चलूँ
ढूँढू तेरे कदमों के निशान
और उनको अपनी मंज़िल बनाकर बस करू तेरा सजदा
टूटते तारे को देखकर मांगते हैं सब दुआ
मगर तारा ही मसीहा बन जाये तो खुद टूटकर
तारे को चमकने की मांगता हूँ दुआ
चमकते तारे की रौशनी को सजाकर बस करू तेरा सजदा
जीने की ख्वाहिश मयस्सर हो तेरी पनाह में
गम नहीं फिर सांस भी निकल जाये तेरी इन बाहों
यू काफिये की तरह राहें जुडती रहे
और हम काफिर की तरह चलते रहे
मंजिल पास होने का होता है गुमा हर दयार पर
जिंदादिली कहे बस चलता चल राही ख्वाबों के इस रार पर
कदम कदम पर इम्तिहाँ और न कोई खैरख्वाह
बस ऐ खुदा अब तो तेरी रेहमत की है इल्तजाह
सितारों की मजलिश में मेरे भी वजूद का हो मक़ाम
हर नज़र की मेहर हो तो लिख दू बुलंदी पर अपना नाम
ऐ ज़िन्दगी अब तो होने लगी है तुझसे आशिकी
कोई रेहबर हो न हो और कितनी भी सूनी हो
भोर हुई और एक सुहानी सुबह में वोह
खिड़की के बहार धुंध ने मन लिया मोह
चिड़िया की चहचहाट और पत्तो की सरसराहट
धीमी धीमी हवा कुछ एहसास कराती है जैसे की वोह
ओस पर पड़ी बूंदों में सूरज की रौशनी
झिलमिल करती हुई किरणों में वोह
धूंद की सफ़ेद चादर में किसका है यह चेहरा
फलक से आई क्या परि है वोह
सुबह के इस मुख़्तसर पल को छुलू इन उंगलियों से
सास में समां गई एक खुशबू बनकर क्या कहू कितनी खूबसूरत है वोह
भोर
आओ हम कुछ ऐसा कर जाए
एक प्यारा सा नया गुलिस्ता बनाए
सरज़मीन हम से कह रही है मैं घायल न हो जाऊ
सीमा पर लगी कटीली तारो में न बंधके रह जाऊ
तिरेंगे के रंगों को बिखेरेंगे हमने है ठानी
हमे प्रेरणा देती है इस देश की मिट्टी में मिली शहीदों की कुर्बानी
पुकार-पुकार कर कह रहा ज़मीन का हर एक कोना
आओ पोछ दे सबके आंसू और बना दे सबका जीवन सोना
चलो एक उचाई पर ले चले इस देश की गरिमा
हर नयी सुबह के साथ अंकुरित हो यह सपनों का
जब मैंने खुद को ढूँढा तो तुझे पाया
अँधेरे में सरपरस्त है सिर्फ तेरा ही साया
हर एक पल है अब तेरा सर माया
बस तू ही तू मुझमे समाया
तेरे कितने ही नाम कितने ही चेहरे
पर सारी कायनात को तूने ही बनाया
हर रंग में तू हर वक़्फ़ में तू
बस तू ही तू मुझमे समाया
खुशियों की महफ़िल हो या दर्द का तरन्नुम
हर लम्हे को ख्वाहिश समझ कर गले हमने लगाया
हर मुश्किल सुरंग की छोर पर है नयी सहर यह देखना तूने सिखाया
बस तू ही तू मुझमे समाया
जबमैं
Dream to Fly very High in the Sky, Just open your WINGS and give it a Try. Success is Tough but it will Come By, In Difficult times just realxb'coz I will be Stand By. May all the Moments make you Merry, I am Always there even if you Forget me to Reply.
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